
जिला पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री ह्रदीप पी जनार्दनन महोदय के नेतृत्व में समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमे सभी वरीय पदाधिकारी समेत निरीक्षक स्तर के सभी थाना प्रभारी व अंचल निरीक्षक मौजूद थे ।
मुख्यालय सभागार मे आयोजित बैठक के दौरान कई महत्पूर्ण विषयों पर चर्चा की गयी l बैठक के दौरान वरीय पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पुलिस अधिकारियो को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि विभिन्न थानों में दर्ज़ लंबित मुक़दमों की जांच में तेजी लाई जाए और तय समय में चार्जशीट समर्पित की जाए । पुलिस थानों मे विगत चार वर्ष पूर्व के सभी लंबित मामलों के जल्द निष्पादन का निर्देश जारी किया गया।
इसके अतिरिक्त डकैती, हत्या, दुष्कर्म के लंबित मामले को गंभीरता पूर्वक जांच पूरी करते हुए निर्धारित अवधि में रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश भी दिया गया l एसएसपी महोदय ने पूर्व के लंबित विभिन्न मामलों की विस्तारपूर्वक समीक्षा करते हुए जल्द जाँच पूरी करने का निर्देश दिया।
इसके अलावा फरार आरोपियों की गिरफ़्तारी सुनिश्चित करने हेतु कार्रवाई को तेज करने का निर्देश दिया गया साथ ही माननीय न्यायालय द्वारा निर्गत समन, वारंट व कुर्की के आदेश को यथाशीघ्र तामिल करने को कहा गया ।
समीक्षा बैठक में एसपी सिटी श्री अजीत कुमार, ग्रामीण एसपी श्री कपील चौधरी, डीएसपी मुख्यालय 2 श्री धीरेन्द्र नारायण बंका, डीएसपी विधि व्यवस्था श्री नौशाद आलम, डीएसपी सी सी आर श्री सुमित कुमार, डीएसपी ट्रैफिक श्री अरविन्द सिंह, डीएसपी साइबर श्री संजीव कुमार, एसडीपीओ निरसा श्री रजत मणिक बाखला, एसडीपीओ सिंदरी श्री आशुतोष सत्यम, डीएसपी मुख्यालय 1 श्री शंकर कामती समेत कई थाना प्रभारी व अंचल निरीक्षक मौजूद थे।
यह बैठक पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम लगती है। लंबित मामलों की जांच में तेजी लाने का निर्देश सही दिशा में एक कदम है। हालांकि, क्या यह सुनिश्चित किया गया है कि जांच की गुणवत्ता पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े? फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर ध्यान देना भी जरूरी है, लेकिन क्या इसके लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं? धनबाद में चोरी की घटनाओं पर अंकुश न लग पाना चिंताजनक है। क्या पुलिस विभाग इस समस्या से निपटने के लिए कोई नई रणनीति अपना रहा है? इस बैठक के परिणामस्वरूप क्या हम जल्द ही सकारात्मक बदलाव देख पाएंगे?